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अयोध्या पुरी मंदिर : श्री राम धाम का इतिहास (Ayodhya Puri Mandir : Shri Ram Dham Ka Itihas)

अयोध्या पुरी मंदिर : श्री राम धाम का इतिहास (Ayodhya Puri Mandir : Shri Ram Dham Ka Itihas)

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हमारे देश के सबसे पवित्र और सबसे पुराने नगरों में से एक है अयोध्या पुरी मंदिर। इसके बारे में कौन नहीं जानता लेकिन कई ऐसी रोचक बातें भी है जो आज हम आपको बताने वाले हैं। भगवान श्री राम के इस पवित्र स्थल के बारे में आइये विस्तार जान लेते है :

श्री राम जन्मभूमि मंदिर एक प्रसिद्ध सनातन मंदिर है। यह मंदिर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि के पवित्र तीर्थ स्थान पर नए रूप में बनाया जा रहा हेै। यह स्थान प्रभु श्री राम का जन्म स्थल है। भगवान श्री राम को भगवान विष्णु के सातवें अवतार के रूप में भी पूजा जाता है। मंदिर का निर्माण श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र द्वारा किया गया है। अयोध्या पुरी मंदिर को गुजरात के “सोमपुरा परिवार” द्वारा डिजाइन करवाया गया है।

आइये जान लेते है अयोध्या पुरी मंदिर से जुड़ें रोचक बातों के :

1. आप सभी तो जानते ही होंगे कि प्रभु श्रीराम का जन्म अयोध्या में हुआ था लेकिन क्या आप ये जानते है कि प्रभु श्री राम का जन्म कब हुआ था ? एक रिसर्च के दौरान यह पता चला है कि भगवान श्री राम का जन्म 5114 ईसा पहले हुआ था।

इसके साथ ही अयोध्या पुरी को हिन्दू पौराणिक इतिहास में सबसे पवित्र और सबसे पुराना माना जाता है। देखा जाए तो सप्त पुरियों में मथुरा, अयोध्या, कांची, माया, अवंतिका, काशी, और द्वारिका को भी शामिल किया है।

2. जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि प्रभु विष्णु के चक्र पर पूरी “अयोध्या” नगरी विराजमान है। जी हां, और इस बात का उल्लेख “स्कंद पुराण” में किया गया है। 

3. महाभारत के भीषण युद्ध के पश्चात् “अयोध्या पुरी” काफी उजड़ सी गई थी लेकिन उस दौर में भी प्रभु श्री राम जी की जन्मभूमि अयोध्या का अस्तित्व नहीं मिटा और अयोध्या पूरी तरह सुरक्षित रहा। 

क्या आप “अथर्ववेद” के बारे में जानते है? यदि नहीं तो आपको बता दें कि अथर्ववेद में ही अयोध्या का सबसे प्रथम बार वर्णन देखने को प्राप्त होता है। वेदों में अयोध्या को  “देवताओं की नगरी” बताई गयी है।

4. कहा जाता है कि कोसल राज्य की प्रथम राजधानी अयोध्या थी। फिर गौतम बुद्ध के वक्त कोशल राज्य को दो हिस्से में करने का निर्णय लिया गया जो की अभी दक्षिण कोसल और उत्तर कोसल के नाम से जाना जाता है। 

क्या आपको पता है कि अयोध्या की स्थापना किसके द्वारा किया गया यदि आप नहीं जानते तो आपको बता दें कि अयोध्या का निर्माण सूर्य के पुत्र वैवस्वत मनु महाराज के माध्यम से किया गया था। यदि माथुरों के इतिहास के मुताबिक देखा जाए तो वैवस्वत मनु तकरीबन 6673 ईसा पले हुए थे

5. जानकारी के मुताबिक अयोध्या में प्रभु श्री राम के जन्म के साथ ही साथ उनके तीनों भाइयों और जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभनाथ का भी जन्म स्थल अयोध्या है। ये सभी की चर्चा करें तो यह भी श्रीराम के कुल के ही थे।

अयोध्या में देखा जाए तो ऋषभनाथ के अलावा अभिनंदननाथ, अजितनाथ, सुमतिनाथ और अनंतनाथ का भी जन्म स्थान है। यही वजह है कि यह जैन धर्म के लिए बहुत ही पवित्र स्थान माना जाता है। जैसा कि आप जानते है कि ऋषभनाथ के पुत्र भरत ने काफी सालों तक यहां का कमान संभाला था।

7. अयोध्या से जुड़ी सबसे खास बात तो यह है कि राम मंदिर का जो नक्शा बना है उसके मुताबिक देखा जाए तो इस मंदिर की ऊंचाई कम से कम 161 फिट होगा तथा राम मंदिर की चौड़ाई कम से कम 140 मीटर तक होगा और यदि हम लंबाई की बात करें तो यह 270 मीटर ऊंचा होगा।

8. भव्य राम मंदिर लगभग 221 पिलर पर खड़ा किया जाएगा। यही नहीं फर्श की चर्चा की जाए तो यह संगमरमर बिछाया जाने वाला है। जानकारी के मुताबिक इसमें प्रवेश द्वार 5 और इसके साथ ही लगभग 24 द्वार निर्माण किए जाएंगे।

9. जैसा कि अभी के समय में लगभग सभी व्यक्ति यह जानना चाहते है कि आखिर राम मंदिर का निर्माण कार्य कब पूरा होगा। यदि आप भी जानना चाहते है कि राम मंदिर निर्माण कार्य कब खत्म होगा तो आपके जानकारी के लिए बता दूं कि अभी आने वाले 3 वर्षों में यह कार्य खत्म हो जाएगा और जानकारी के अनुसार साल 2024 तक हमारा राम मंदिर पूरा बनकर तैयार हो जाएगा।

10. क्या आप जानते है कि प्रभु श्री राम के दर्शन एक बार में कितने भक्त कर पाएंगे? यदि आप नहीं जानते तो कोई बात नहीं क्योंकि आपके जानकारी के लिए बता दें कि एक बार में लगभग 10 हजार लोग राम लला के दर्शन कर सकेंगे।

Frequently Asked Questions

1.अयोध्यापुरी राम मंदिर भारत के किस राज्य में स्थित है ?

अयोध्यापुरी राम मंदिर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है।

2. सर्वप्रथम अयोध्या का उल्लेख किस पुराण में किया गया था ?

सर्वप्रथम अयोध्या का उल्लेख स्कंद पुराण में किया गया था।

3. सर्वप्रथम अयोध्या का उल्लेख किस वेद में किया गया था ?

सर्वप्रथम अयोध्या का उल्लेख अथर्ववेद में किया गया था।

4. वेदों में अयोध्या को किस नाम से पुकारा गया है ?

वेदों में अयोध्या को देवों की नगरी के नाम से पुकारा गया है।