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अपामार्ग क्या है और अपामार्ग के फायदे (Apamarg Kya Hai Aur Apamarg Ke Fayde)

अपामार्ग क्या है और अपामार्ग के फायदे (Apamarg Kya Hai Aur Apamarg Ke Fayde)

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आयुर्वेदा में अपामार्ग का महत्व किसी जड़ी बूटी से कम नहीं। अपामार्ग नाम के पौधे (apamarga plant) को लटजीरा, चिचड़ा, चिरचिटा, चिरचिरा जैसे अलग अलग नामों से भी जाना जाता है। यह प्लांट काफी साधारण है और ये आपको अपने आस पास, जंगलों या फिर किसी भी स्थान पर देखने को मिल सकता है। आयुर्वेद के मुताबिक जड़ी बूटी जैसे भरपूर गुण इस पौधे में पाया जाता है।

यही नहीं अपामार्ग एक ऐसा पौधा है जिसका प्रयोग विभिन्न बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है। इस पौधे को आयुर्वेद में औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है। आज इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे की अपामार्ग क्या है और इसके क्या-क्या फायदे हैं (apamarga plant benefits)।  तो चलिए शुरू करते है :

अपामार्ग क्या है ? (Apamarg Kya Hai in hindi ?)

कई सारे जड़ी बूटियों में से एक अपामार्ग (apamarga tree) नाम का यह पौधा भी शामिल है। वसंत ऋतु जैसे सीजन में अपामार्ग नाम के पौधे की अंकुरित होने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। सर्दी यानी की ठंड के सीजन में इस प्लांट में पत्ते और फल भी लगने शुरू हो जाते हैं।

इसके साथ ही जब गर्मी का सीजन आता है तो यह पौधा काफी बड़ा हो जाता है और गर्मी के सीजन में ही फल और पेड़ दोनों सूखने लगता है। इस पौधे की बीज आपको बिल्कुल चावल जैसे पतले दिखाई देंगे। इस पेड़ के पत्ते काफी छोटे-छोटे होते हैं। यह गोल आकार के और नुकीली टाइप की होती है।

अपामार्ग के फायदे : (Apamarg Ke Fayde in hindi) 

आइये जानते है अपामार्ग के फायदे क्या क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है :

दांत में दर्द जैसी समस्याओं में लाभकारी है अपामार्ग :

क्या आपके भी दांतों में आए दिन दर्द की समस्या होती रहती है यदि हां तो इस दर्द से निजात पाने के लिए आपको अपामार्ग नाम के औषधि से भरपूर पौधे का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके इस्तेमाल के लिए आपको सबसे पहले अपामार्ग के पौधे के दो से तीन पत्तों को पीस लेना है और इसके रस में आपको रूई को डुबो लेना है। फिर जिस दांत में आपको दर्द की समस्या है वहां आपको उस रुई को दांतों में लगा लेना है। जिसके कुछ समय बाद ही आपके दांतों के दर्द गायब हो जाएंगे।

चर्म जैसी बीमारी में अपामार्ग के लाभ :

यदि आपके भी शरीर में कही भी चर्म रोग जैसे कि फोड़े, फुंसी जैसी कोई भी समस्या होती है तो उसके लिए आपको अपामार्ग का इस्तेमाल किया जाता है। फोड़े, फुंसी जैसी समस्याओं में इसका इस्तेमाल करने के लिए आपको इस पौधे को पीसकर समस्या वाली जगह पर लगा लेना है जिसके बाद आपको काफी लाभ होगा।

ज्यादा भूख लगने वाली समस्या में अपामार्ग के फायदे :

जरूरत से ज्यादा भूख लगने की समस्या को भस्मक रोग कहा जाता है। आपको इस रोग के उपचार के लिए अपामार्ग पौधे के बीजों के पाउडर का सेवन करना चाहिए। आपको इस 3 ग्राम पाउडर का इस्तेमाल एक हफ्ते में दिन भर में दो से तीन बार करना होगा।

कटने छिलने वाली समस्या में अपामार्ग के लाभ :

यदि आपके हाथ पैर या कहीं भी किसी चीज से कट या छिल जाता है तो आपको इस समस्या में अपामार्ग के पत्ते के रस को कटे हुए स्थान पर लगाना होता है जिससे खून निकलने की समस्या बंद हो जाती है और आपकी समस्या भी जल्द ही ठीक हो जाएगी।

खांसी जैसी परेशानी में अपामार्ग के लाभ :

जब किसी को बार बार खांसी की समस्या होती है और ज्यादा समय तक खांसी की समस्या से कफ हो जाता है जिससे ये समस्या बढ़ सकती है इसलिए अपने खांसी की समस्या को ठीक करने हेतु आपको अपामार्ग का इस्तेमाल करना चाहिए जो कि आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।

हैजा में अपामार्ग के लाभ :

हैजा जैसी समस्या में आपको अपामार्ग का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके लिए आपको दो से तीन अपामार्ग की जड़ के पाउडर को ठंडे पानी में मिश्रण करना होगा। उसके बाद आप इस ठंडे पानी को दिन में दो से तीन बार जरूर लें। इस उपाय से आपकी हैजा की समस्या से जल्द ही ठीक हो जाएगी।

बवासीर जैसी गंभीर समस्या में अपामार्ग के लाभ :

यदि आपको बवासीर जैसी गंभीर समस्या होती है तो आपको अपामार्ग का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके इस्तेमाल के लिए आपको 6 पत्ते और 5 नग काली मिर्च को पानी के साथ अच्छे से पीस लेना है और उसके बाद आपको इसे छान कर दिन में दो बार सेवन करने की आवश्यकता होगी। इस उपाय से आपको बवासीर के दौरान निकलने वाली ब्लड बंद हो जाता है।

रसौली जैसी समस्या में अपामार्ग के लाभ :

रसौली जैसी समस्या में अपामार्ग के फायदे मिलते हैं और आपको एक बार इस उपाय को आजमाने की आवश्यकता होती हैं। इसके इस्तेमाल के लिए आपको इस पौधे के दस ताजे पत्ते एवं 5 ग्राम हरे दूब को साथ में पिस लेना होगा।

फिर आपको इसमें 60 मिली पानी में मिश्रण कर इस पानी को छान लेना। फिर आपको इसे 20 ml दूध में मिश्रण कर इसका सेवन एक हफ्ते तक करने की आवश्यकता होगी। या फिर आप इसका इस्तेमाल तब तक कर सकते हैं जब तक आपकी ये समस्या ठीक न हो जाए।

कुष्ठ जैसी समस्या में अपामार्ग के लाभ :

यदि आपको कुष्ठ जैसी समस्या को ठीक करना है तो उसके लिए आपको इस पौधे के भस्म को सरसों तेल में मिश्रण करना होता है। फिर आप इस मिश्रण वाले तेल को घाव पर लगा लें। इससे जल्द ही आपके कुष्ठ जैसी गंभीर समस्या में फायदा होगा।

Frequently Asked Questions

1. कब्ज जैसी समस्या में लाल अपामार्ग के फायदे ?

यदि आपको कब्ज जैसी समस्या होती है तो उसके लिए आप लाल अपामार्ग का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके इस्तेमाल के लिए आपको एक से दो ग्राम अपामार्ग के पत्ते एवं तने के पाउडर का सेवन करना चाहिए। इससे आपको कब्ज जैसी समस्या में काफी फायदा होगा।

2. अपामार्ग का प्रयोग कैसे करें ?

यदि आप अपामार्ग का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कितनी मात्रा में इसका इस्तेमाल करना चाहिए ये भी पता होना जरूरी होता है। जैसे की : जड़ का पाउडर : 3 से 6 ग्राम, क्षार : 1/2-2 ग्राम, रस : 10 से 20 ml, बीज : 3 ग्राम।

3. मूत्र रोग में अपामार्ग के लाभ क्या है ?

यदि आपको मूत्र रोग जैसी समस्या है तो इसमें आपको अपामार्ग का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके लिए आपको इस पौधे के पत्ते से बने काढ़ा का सेवन करना चाहिए जिससे आपको काफी लाभ होगा।

4. अपामार्ग के किस किस अंग का इस्तेमाल किया जाता है ?

मुख्य रूप से देखा जाए तो अपामार्ग के चार हिस्सों का इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है। जिसमें जड़, बीज, पत्ते और पंचांग शामिल है।