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वास्तु टिप्स : कैसी होनी चाहिए घर की सीढ़ियां (Vastu Tips : Kaisi Honi Chahiye Ghar Ki Siddhiyan)

वास्तु टिप्स : कैसी होनी चाहिए घर की सीढ़ियां (Vastu Tips : Kaisi Honi Chahiye Ghar Ki Siddhiyan)

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हमारे घर की सीढ़ियां हो या फिर करियर की दोनों का ही महत्व हमारे जीवन में काफी ज्यादा होती है। इन्हीं सीढ़ियों पर चढ़कर हम अपने जीवन को ऊंचाइयों पर ले जाने की कोशिश करते रहते है।

वास्तु शास्त्र के मुताबिक किसी भी मकान के निर्माण में सीढ़ियों की दिशा किस ओर होनी चाहिए या सीढ़ियों का निर्माण करते वक्त हमें किन किन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए ये सब जानकारी होनी चाहिए।

मकान के सभी कमरे और कोने के जैसे ही सीढ़ियों के बारे में भी वास्तु शास्त्र में कई सारे नियम बनाए गए है। जिनका यदि आप अच्छे से पालन करते है तो आपके घर में सुख और शांति बनी रहती है। आज हम जानेंगे वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की सीढ़ियां किस दिशा में होनी चाहिए, वास्तु के अनुसार सीढ़ी की संख्या ; सीढ़ी के लिए वास्तु दोष उपचार यानी की वास्तु टिप्स  बारे में तो चलिए अब हम बगैर वक्त गवाएं इन नियमों के बारे में विस्तार से चर्चा करते है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार अंदरूनी सीढ़ियों की दिशा कौन सी होनी चाहिए :

वास्तु शास्त्र के अनुसार अंदरूनी सीढ़ियों की दिशा दक्षिण से पश्चिम हो तो सबसे अच्छा माना जाता है। यह माना जाता है मकान में सीढ़ियों के लिए एक विशेष स्थान निर्धारित किया गया है। वास्तु एक्सपर्ट्स के कथन के अनुसार अंदरूनी सीढ़ियों का निर्माण करने के लिए घर के नक्शे में दक्षिण और पश्चिम भाग एक बेहतरीन ऑप्शन है। इसके अलावा आपको ध्यान देना होगा कि आपको मकान के बीचों बीच सीढ़ी का निर्माण नहीं करना चाहिए।

  • मकान के सीढ़ियों का निर्माण करने के लिए दक्षिण और पश्चिम दिशा दूसरे दिशाओं से बेहतर साबित होता है। आपको ध्यान रखने की आवश्यकता होती है कि आपके मकान की सीढ़ी उत्तर दिशा से शुरुआत और दक्षिण में खत्म होना जरूरी होता है। 
  • वैकल्पिक आधार पर देखा जाए तो सीढ़ियों की शुरुआत पूर्व से पश्चिम दिशा की तरफ भी किया जा सकता है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार सीढ़ी का सही स्थान कहां होना चाहिए :

यदि आप एक मकान मालिक है और आप अपने मकान में रहते है तथा मकान के ऊपरी हिस्से को रेंट पर लगाए हुए है तो ऐसे में आपको यह ध्यान देना चाहिए कि आपके मकान के मुख्य द्वार पर सीढ़ी बना हुआ न हो। वास्तु एक्सपर्ट्स के मुताबिक ऐसे लोगो को वित्तीय संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार सीढ़ी की प्रारंभिक बिंदु क्या होनी चाहिए :

मकान के भीतर निर्माण किए गए सीढ़ियों की दिशा कभी भी रसोई घर, पूजा घर, स्टोर रूम से या फिर उसके अंत से शुरुआत नहीं होना चाहिए। इन सब बातों को मद्दे नजर रखते हुए ही आपको अपने मकान का निर्माण करना जरूरी होता है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार सीढ़ियों का अनुस्थापन क्या होनी चाहिए :

आपके मकान की दिशा की मोड़ हमेशा घड़ी की दिशा में ही होनी जरूरी होती है, ऐसा इसलिए क्योंकि हम ऊपर की ओर बढ़ते है। यदि हम सरल शब्दों में समझे तो यदि कोई व्यक्ति ऊपर की ओर बढ़ने के लिए सीढ़ियों का उपयोग कर रहा है तो उन्हें पूर्व से पश्चिम या फिर उत्तर से दक्षिण की तरफ बढ़ने की कोशिश करनी चाहिए। वास्तु शास्त्र के मुताबिक हमारे मकान की सीढ़ी हमेशा घड़ी की ओर मुड़नी चाहिए नहीं तो इससे व्यक्ति के करियर पर काफी बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार बाहरी सीढ़ियों की दिशा किस ओर होनी चाहिए :

तो चलिए जानते है कि आखिर वास्तु शास्त्र के अनुसार बाहरी सीढ़ियों को किस दिशा में निर्माण किया जा सकता है :

  1. बाहरी सीढ़ियों का निर्माण आप साउथ से ईस्ट, जिसका मुख पूर्व की तरफ हो ऐसे में करवा सकते है।
  2. बाहरी सीढ़ियों का निर्माण आप साउथ से वेस्ट दिशा में भी करवा सकते हो जिसका मुख पश्चिम की तरह हो।
  3. बाहरी सीढ़ियों का निर्माण आप साउथ से वेस्ट दिशा में करवा सकते है जिसका मुख दक्षिण की तरफ हो।
  4. इसके अलावा बाहरी सीढ़ियों का निर्माण आप चाहे तो नॉर्थ से वेस्ट दिशा में भी करवा सकते है जिसका मुख उत्तर की तरफ हो।
  5. इसके अलावा वास्तु शास्त्र के अनुसार आपको कभी भी सीढ़ियों को नॉर्थ ईस्ट कॉर्नर में कभी भी निर्माण नहीं कराना चाहिए फिर चाहे वो घर के भीतर हो या बाहर।

वास्तु शास्त्र के अनुसार सीढ़ियों से जुड़ी कुछ टिप्स :

  • आपको अपने सीढ़ी के नीचे कबाड़, जूता स्टैंड, सिलेंडर इत्यादि को बिलकुल भी न रखें।
  • आपको अपने मकान के सीढ़ी के नीचे कभी भी बाथरूम, पूजा घर नहीं बनानी चाहिए। 
  • वास्तु शास्त्र के मुताबिक पूर्व या दक्षिण दिशा में मकान का सीढ़ी होना अच्छा होता है।
  • आपके घर का सीढ़ी हमेशा बाएं से दाएं तरफ ही मुड़ना सबसे अच्छा माना जाता है।
  • अपने सीढ़ी के दिशा के साथ ही साथ आपको डैमेज पर भी खास ध्यान देना चाहिए।

वास्तु शास्त्र के अनुसार सीढ़ियों में कदमों की संख्या क्या होनी चाहिए :

वास्तु शास्त्र में यह लिखा गया है कि सीढ़ियों की संख्या हमेशा ऑड नंबर में ही होना चाहिए। ध्यान रखें सीढ़ियों की संख्या कभी भी जीरो के साथ समाप्त नहीं होनी चाहिए।

वास्तु शास्त्र के अनुसार सीढ़ियों का कलर क्या होनी चाहिए : 

यदि हम सीढ़ियों के कलर्स की चर्चा करें, तो आपको अपनी सीढ़ियों और उसकी रेलिंग के लिए हमेशा लाइट शेड्स के रंग का ही प्रयोग करना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार कभी भी अपनी सीढ़ियों के की डार्क रंग का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। खास तौर पर आपको अपने सीढ़ियों के लिए कभी भी लाल और काला रंग का प्रयोग नहीं करना चाहिए।  

वास्तु शास्त्र के अनुसार सीढ़ियों के साथ वाली स्थान के लिए भी बनाए गए है नियम ?

वास्तु शास्त्र के मुताबिक आपको कभी भी सीढ़ियों के साथ वाली दीवारों पर कभी भी अपने परिवार के मेंबर या फिर किसी भी भगवान इत्यादि का फोटो फ्रेम नहीं लगाना चाहिए। आपको हमेशा अपने सीढ़ियों के आस पास साफ सफाई रखने की जरूरत है। 

वास्तु के अनुसार सीढ़ियों के गंभीर दोष :

●     इमारत को घेरती हुई सीढ़ियों को वास्तु दोष माना जाता है।

●     पेचदार सीढ़ियों को भी वास्तु दोष माना जाता है।

●     वास्तु शास्त्र के अनुसार टूटी हुई सीढ़ी सही नहीं होती है और इसे दोष भी माना जाता है।

●     नॉर्थ से ईस्ट की तरफ सीढ़ियों को भी वास्तु दोष माना जाता है।

सीढ़ियों से जुड़ें वास्तु दोष को दूर करने के टिप्स :

यदि आपके मकान के सीढ़ियों में भी वस्तु दोष का प्रभाव है तो नीचे दिए गए उपायों को ध्यान में रखकर आपको इस दोष को दूर करने की जरूरत होगी :

  • इसके दोष को दूर करने हेतु आपको सीढ़ियों के शुरुआत और लास्ट में द्वार निर्माण करवाना चाहिए।
  • सीढ़ी पर या फिर इसके आस पास के स्थान पर कोई भी बेकार चीज भूल कर भी ना रखे।
  • वास्तु शास्त्र के अनुसार इस दोष को दूर करने के लिए आपको बारिश के पानी को मिट्टी के बर्तन में जमा करके अपने सीढ़ी के नीचे के जमीन में दबा कर भी कर सकते है इस दोष को दूर।

Frequently Asked Questions

1. घर के अंदर सीढ़ियों को किस दिशा में बनानी चाहिए ?

वास्तु शास्त्र के अनुसार,आपके घर का सीढ़ी हमेशा बाएं से दाएं तरफ ही मुड़ता हुआ होना चाहिए।

2. वास्तु शास्त्र के अनुसार सीढ़ियों में कदमों की संख्या कितनी होनी चाहिए ?

वास्तु शास्त्र में यह लिखा गया है कि सीढ़ियों की संख्या हमेशा ऑड नंबर में ही होना चाहिए। ध्यान रखें सीढ़ियों की संख्या कभी भी जीरो के साथ समाप्त नहीं होनी चाहिए।

3.सीढ़ियों और रेलिंग के लिए किस रंग का इस्तेमाल करना चाहिए ?

सीढ़ियों और उसकी रेलिंग के लिए हमेशा लाइट शेड्स के रंग का ही प्रयोग करना चाहिए।