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बादाम क्या है और बादाम खाने के फायदे (Badam Kya Hai Aur Badam Khane Ke fayde)

बादाम क्या है और बादाम खाने के फायदे (Badam Kya Hai Aur Badam Khane Ke fayde)

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आप बादाम तो अवश्य खाते होंगे, क्योंकि आपको पता है कि बादाम खाने के अनेकों फायदे हैं। आमतौर पर तो लोगों को सिर्फ इतना ही पता होता है, परंतु सच तो ये है कि बादाम एक ऐसा पौष्टिक आहार है, जिसमें स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के साथ-साथ बीमारियों की रोकथाम के भी गुण पाए जाते हैं। इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि बादाम क्या होता है और बादाम खाने के क्या फायदे है (badam khane ke fayde in hindi)। बादाम पुरुषों की कई बीमारियों के साथ-साथ महिलाओं को होने वाली रोगों से भी उन्हें निजात दिलाता है।

बादाम क्या होता है? (Badam Kya Hai in hindi)

बादाम का पेड़ लगभग 8 meter ऊंचा, और मध्यम आकार का होता है। बादाम का फूल सफेद, या हल्का लाल रंग का होता है। बादाम का उपयोग सूखे फल के रूप में किया जाता  है। शुरुआत में बादाम के फल का ऊपरी हिस्सा थोड़ा सा कोमल होता है, परंतु कुछ पकने के बाद ऊपर का भाग थोड़ा कठोर हो जाता है। जब बादाम पूरी तरह से तैयार हो जाता है, तो ये खाने में स्वादिष्ट लगने लगता है। यह पौष्टिक और शक्तिवर्धक होता है। बादाम खाने के और भी अनेकों फायदे हैं।

बादाम खाने के फायदे (badam khane ke fayde in hindi) :

बादाम खाने के अनेकों फायदे हैं जो निम्नलिखित प्रकार से बताया गया है :

शारीरिक कमजोरी में फायदेमंद (benefits of Badam in weakness in hindi)

  • जो व्यक्ति शारीरिक रूप से कमजोर हैं, या फिर अपने आप को कमजोर महसूस या फील करता है, उन्हें 7 gram भिगोए हुए बादाम और 7 gram अश्वगंधा, 1/2 ग्राम पिप्पली तथा 1/2 gram काली मिर्च को अच्छी तरह मिलाकर पीस लेना है और इसमें दूध, घी और चीनी मिलाकर पी लेना है। इसे दिन में लगभग दो बार खाने से पहले लें। इससे आपको काफी हद तक लाभ होगा।
  • बादाम के गिरी (5-10 gram) में, मिश्री को मिलाकर खाएं। इसके बाद में दूध पीने से भी आपकी कमजोरी दूर हो सकती है, और शरीर हृष्ट पुष्ट महसूस होगा ।
  • सर्जरी या फिर किसी तरह की दुर्घटना के बाद की कमजोरी में बादाम खाने से लाभ होता है । इसके लिए बादाम से बने अमृतप्राश घी (5 gram ) का सेवन करें। इससे आपका शरीर स्वस्थ रहेगा ।

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भूख की कमी में फायदेमंद (benefits of Badam in loss of appetite in hindi)

बहुत से लोग भूख ना लगने, या फिर कम भूख लगने, या फिर खाने के प्रति अरुचि जैसी समस्याओं से पीड़ित रहते हैं। ऐसे व्यक्तियों को बादाम खाने से फायदा हो सकता है । इसके लिए आपको बादाम को आधे दिन यानी 12 घंटे तक पानी में भिगो देना है। इसके बाद बादाम को पानी में उबाल लें फिर ऊपर के छिलके को उतार दे फिर इसे चाशनी में मिलाकर मुरब्बा जैसा बना लें और प्रतिदिन इसका सेवन करें। इससे भूख बढ़ना शुरू हो जाएगा ।

दांतों के रोग में फायदेमंद (benefits of Badam in dental disease in hindi)

बादाम खाने के फायदों में से एक दांतों को भी ठीक करना शामिल है। आजकल वयस्क लोगों के साथ साथ बच्चे भी दांतों से संबंधित विभिन्न पीड़ाओं से ग्रस्त रहते हैं। यदि आप भी दांतों के रोग से पीड़ित हैं, तो बादाम के छिलकों को जलाकर उसका भस्म बना लें और इसे दांतों पर रगड़ें। इससे दांतों से संबंधित बीमारियां ठीक हो सकती हैं।

स्वप्नदोष में फायदेमंद (benefits of Badam in Nocturnal Emission in hindi)

ये एक आम बात है। बहुत से लोग शर्म के वजह से स्वप्नदोष का उपचार नहीं करवाते हैं। इसके लिए भी बादाम का इस्तेमाल किया जा सकता है। एक बादाम को भिगो लें, और इसका छिलका को निकाल लें। इसे 3 ग्राम मिश्री के साथ पीस लें। इसमें 1 ग्राम गिलोय (उबालकर छाना हुआ काढ़ा), 3 ग्राम घी, और 2 ग्राम शहद मिला लें। इसको सुबह और शाम दोनो टाइम इसका सेवन करें। इससे स्वप्नदोष दूर हो सकता है।

स्तनों में दूध की वृद्धि में फायदेमंद (benefits of Badam in Increasing Breast Milk in hindi)

बहुत सारी महिलाएं यह शिकायत करती हैं कि जब वे मां बन जाती है तो उसके बाद, उनको शिशु को पिलाने के लिए दूध नहीं होता। ऐसी महिलाओं को बादाम का सेवन करना चाहिए। महिलाओं को 3-5 ग्राम बादाम के चूर्ण को, दूध में मिलाकर सुबह और शाम सेवन करना चाहिए। इससे स्तनों में दूध का वृद्धि हो सकता है।

सिर में जुएं में फायदेमंद (benefits of Badam in Lice Problem in hindi)

ज्यादातर लोगों के बालों में जूं (जुएं) होने से वो बहुत पीड़ित हो जाते हैं। खासकर के महिलाएं, इनके बालों में जुएं होने के वजह से ये बराबर परेशान रहती हैं। कई बार ऐसा भी देखा गया है कि जूं हटाने के उपचार के लिए महिलाएं या पुरुष, अलग अलग तरह की दवाइयां, या अन्य उपायों का प्रयोग करते हैं, परंतु उनको इससे ज्यादा फायदा नहीं हो पाता है। ऐसे में बादाम का प्रयोग बहुत ही फायदेमंद हो सकता है। बादाम को पीसकर सिर पर लेप करें। इससे सिर के जुएं (लीखें) अपने आप मर जाएंगे ।

कफ में फायदेमंद (benefits of Badam in cold and cough in hindi)

खांसी एक बहुत ही आम परेशानी होती है। मौसम के बदलाव के वजह से या अन्य कई कारणों के वजह से लोगों को बराबर खांसी या कफ हो जाता है। यदि आप भी खांसी से पीड़ित रहते हैं, तो बादाम के तेल का उपयोग करें। इससे खांसी में आराम मिल सकता है।

खाज, खुजली आदि में फायदेमंद (benefits of Badam in skin disease in hindi)

चर्म रोग, एक ऐसा बीमारी है, जो कि आसानी से ठीक नहीं होता है। ये रोग यदि शरीर के उस अंग पर हो जाए, जिसे ढका ना जा सके तो रोगी का घर-परिवार में मिलजुलकर रहना कठिन हो जाता है। चर्म रोग के वजह से घर के बाहर निकलने में भी हिचक होती रहती  है। ऐसे में बादाम को पीसकर लगाएं। इससे खाज, खुजली आदि चर्म रोग ठीक हो सकते है ।

आंखों के रोग (आई फ्लू) में फायदेमंद (benefits of Badam in eye  flue in hindi)

आई फ्लू में बादाम की 7 गिरी को महीन महीन पीस लें। फिर इसे घी और मिश्री 5-5 gram में मिला लें। इसे सुबह और शाम दोनो टाइम सेवन करें। इससे आई फ्लू में फायदा होगा ।

हिस्टीरिया रोग में फायदेमंद (benefits of Badam in hysteria in hindi)

हिस्टीरिया एक प्रकार की बीमारी होती है। इस बीमारी को ठीक करने के लिए बादाम के बीजों का नियमित रूप से सेवन करें। इससे हिस्टीरिया रोग में लाभ होगा ।

गठिया में फायदेमंद (benefits of Badam in Arthritis in hindi)

गठिया, मोटापा या फिर शरीर के ज्यादा वजन, या फिर बढ़ती उम्र में होने वाला बीमारी है। गठिया होने पर शरीर के कई अंग सामान्य रूप से कार्य करना बंद कर देता हैं। अंगों की गतिशीलता भी कम हो जाती है। गठिया से ग्रस्त मरीजों को बहुत दर्द होता है। गठिया से पीड़ित लोग बादाम आदि ।  से बनी जीवनीय घी का उपयोग करें। इससे गठिया में लाभ हो सकता है।

Frequently Asked Questions

1. बादाम के उपयोगी भाग कौन कौन से है ?

बादाम के उपयोगी भाग हैं गिरी, फल, जड़, तेल।

2. बादाम का इस्तेमाल कब और कैसे करें?

बादाम का सेवन किस प्रकार और कितनी मात्रा में आपको करना है, इसकी जानकारी आप किसी चिकित्सक से लें।

3. बादाम कहां उगाया जाता है?

बादाम की खेती ठंडे प्रदेशों या स्थानों पर की जाती है। भारत में इसकी खेती खास तौर से कश्मीर के और पंजाब में होती है। इसकी खेती लगभग 700 से 2400 मीटर की ऊंचाई पर की जाती है।