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वैदिक ज्योतिष तथा ज्योतिष शास्त्र में मिथुन लग्न (Mithun Lagna)

वैदिक ज्योतिष तथा ज्योतिष शास्त्र में मिथुन लग्न (Mithun Lagna)

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वैदिक ज्योतिष तथा ज्योतिष शास्त्र में कुल 12 लग्न है और उन लग्नों में तृतीय लग्न है “मिथुन लग्न” (Mithun Lagna)। मिथुन लग्न के स्वामी “बुध देव” हैं। इस लेख में हमने मिथुन लग्न से जुड़ी सभी जरूरी बातों को शामिल किया है, जैसे की : मिथुन लग्न का व्यक्तित्व, मिथुन लग्न के लोगों का शारीरिक गठन तथा स्वास्थ्य, मिथुन लग्न के जातकों का प्रेम सम्बन्ध। इसके साथ ही हम जानेंगे, मिथुन लग्न के लोगों के शुभ ग्रह तथा अशुभ ग्रह, शुभ रंग तथा शुभ रत्न क्या है? तो, चलिए जान लेते है, मिथुन लग्न से जुड़ें इन जरुरी बातों को :

वैदिक ज्योतिष शास्त्र में मिथुन लग्न : (Vedic Jyotish Shastra Me Mithun Lagna)  

इस लग्न के जातकों पर बुध ग्रह का प्रभाव रहता है। इस लग्न के जातक दुनिया के सारे रंगों को भली-भांति समझते हैं और मानते भी है।

मिथुन – “वायु तत्व” की राशि है। इस लग्न के जातक जिज्ञाशु, ऊर्जावान और बेफिक्र होते हैं। बुध ग्रह के प्रभाव के कारण ये बुद्धिमान और बोलने की कला में माहिर होते है।

कुल मिलाकर, मिथुन लग्न के जातक एक खुशनुमा जीवन ही जीते हैं और जीवन की हर परिस्थिति में खुश रहते है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, मिथुन लग्न के जातक ज्ञान की ओर उन्मुख रहते है।

मिथुन लग्न के जातक का व्यक्तित्व : (Mithun Lagna Ke Jatak Ka Vyaktitva)

मिथुन लग्न के जातक अपने साथ एक गुण लेकर जन्म लेते है और वह है “ज्ञान । इस लग्न के जातकों की बुद्धि बहुत तेज होती है और जीवन में ज्ञान हासिल करने के लिए ये हमेशा प्रयासरत रहते हैं। मिथुन लग्न के जातकों को प्रश्न पूछना और किसी भी रहस्य को जानने में बहुत रूचि होती है। इस लग्न के जातक अपने आस पास होने वाली गतिविधियों को पसंद करते हैं और समाज में होने वाली कई गतिविधियों में हिस्सा भी लेते है।  

मिथुन लग्न के जातकों के लिए प्रकृति और जीवन बहुत ही रोमांचक होती है। कुछ ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, मिथुन लग्न के जातकों के पास त्वरित बुद्धि और और सोचने का ढंग सभी राशियों की तुलना में सबसे तेज होती है। इस लग्न के जातक कई घंटों तक लच्छेदार भाषण दे सकते हैं। मिथुन लग्न के जातक किसी भी चीज से बहुत जल्द ऊब जाते हैं और फिर से किसी अन्य रोमांचक चीजों की तलाश करने लगते है।

यदि जन्म कुंडली में बुध अपनी उच्च राशि या शुभ स्थानों में हो तो व्यक्ति वाक्पटुता में सबसे आगे होगा। ऐसे जातक अपनी बुद्धि के बल पर अपने व्यवसाय द्वारा लाभ अर्जित करते है। मिथुन लग्न के जातकों में और भी कई गुण होते है, जो इस प्रकार है :

  1. इस लग्न के जातक जल्दबाजी में कोई भी कार्य नहीं करते बल्कि हर कार्य को पूरे सोच विचार के साथ ही करते है।
  2. ये जल्दी किसी पर भी भरोसा नहीं करते किंतु एक बार भी यदि किसी पर विश्वास कर ले तो जीवन भर सम्बन्ध निभाते है ।
  3. विद्या अर्जन और साहित्य के प्रति इनका झुकाव ज्यादा होता है ।
  4. इस लग्न के जातक केवल एक कार्य से संतुष्ट नहीं होते इसलिए ये एक साथ अनेकों कार्य करने में माहिर होते है।
  5. किसी के भी प्रति बहुत जल्द आकर्षित हो जाते है लेकिन इनके दोस्तों की संख्या कम होती है।
  6. एक साथ अनेकों कार्य करने के कारण ही इन्हें परिश्रम के अनुरूप फल नहीं मिलता और इस कारण इनमें हीन भावना आ जाती है ।

मिथुन लग्न के जातक की शारीरिक विशेषता : (Mithun Lagna –  Sharirik Visheshta)

मिथुन लग्न के जातक सामान्य कद से थोड़े ऊचें होते है। ये शरीर से ना ज्यादा मोटे होते है न ही पतले। इनका चेहरा खिला और भरा होता है और इनकी आँखे उज्जवल और बड़ी होती है। इनके केश काले लेकिन पतले होते है। ये अक्सर आगे की तरफ झुक कर चलते है ।

मिथुन लग्न के जातक की मानसिक विशेषता : (Mithun Lagna –  Mansik Visheshta)

मिथुन लग्न के जातक का मन हमेशा ही सक्रिय अवस्था में रहता है। इस लग्न के जातक जीवन में आई चुनौतियों को पसंद करते है। ये हमेशा सबसे आगे रहना पसंद करते है। किसी भी परिस्थिति में हार न मानना इनका सबसे बड़ा गुण है। किसी भी समस्या का समाधान मिथुन लग्न वालों के पास मिल जाती है इसलिए ये एक अच्छे सलाहकार भी होते है। मिथुन लग्न के अधिपति बुध ग्रह के कारण ये बुद्धि और मानसिक तौर पर बहुत मजबूत होते है ।

मिथुन लग्न : प्रेम और संबंध : (Mithun Lagna –  Prem Sambandh)

मिथुन लग्न के जातक बहुत ही आवेगी और चुलबुले स्वभाव के होते है। इनके मस्ती भरे स्वभाव के कारण हर कोई इनके तरफ आसानी से आकर्षित हो जाता है। ये प्रेम के लिए ही विवाह करते है। ये अपने प्रेम संबंधों में हमेशा नयापन बनाये रखते है। ये ऐसे रिश्तों को चाहते है जहाँ कल्पना और उत्साह बनाये रखने के लिए ढ़ेर सारी बाते हो। प्रेम संबंधों के लिए मिथुन लग्न वालों का तुला लग्न और कुंभ लग्न के साथ अच्छी बनती है। मेष, सिंह तथा धनु लग्न वालों के साथ भी इनकी अच्छी बनती है, ये दोनों राशियां ही मिथुन लग्न वालों पर प्रेरक प्रभाव डालते है।

मिथुन लग्न वालों का स्वास्थ्य : (Mithun Lagna Walo Ka Swasthya)

मिथुन लग्न के जातकों में मिथुन की राशि हाथों का प्रतिनिधित्व करती है। जन्म कुंडली में यदि बुध की स्थिति सही न हो तो जातक के हाथ कमजोर होते है और इन्हें वाणी दोष भी रहता है। ऐसे जातक अक्सर लोगो को अपशब्द बोलते हुए देखे जाते है। इस लग्न के जातकों को श्वसन से संबंधित समस्या होने की सम्भावना रहती है, जैसे की – अस्थमा। अन्य स्वास्थ्य समस्याओं में सर्दी, छाती और फेफड़ों में शिकायत और अक्सर शरीर में दर्द रहता है। 

मिथुन लग्न राशि वालों के लिए शुभ ग्रह : (Mithun Lagna –  Shubh Grah)

इस लग्न के लिए “बृहस्पति ग्रह” नौवें भाव का स्वामी ग्रह है, जो की अपने मूल राशि स्थान का स्वामी है इसलिए मिथुन लग्न के लिए गुरु ग्रह भी शुभ फलदायी है। इसके अलावा शुक्र ग्रह त्रिकोण का स्वामी होकर शुभ फल देने वाला ग्रह है ।

मिथुन लग्न राशि वालों के लिए अशुभ ग्रह : (Mithun Lagna –  Ashubh Grah)

मिथुन लग्न के लिए मंगल, सूर्य तथा राहु केतु मारक ग्रहों के गिनती में आते है।  सबसे नकारात्मक प्रभाव देने वाला ग्रह है मंगल जो की लग्न कुंडली में आठवें भाव का स्वामी ग्रह है ।

मिथुन लग्न वालों के लिए शुभ रंग : (Mithun  Lagna –  Shubh Rang)

मिथुन लग्न वालों के लिए हरा रंग सबसे शुभ होता है।

मिथुन लग्न वालों के लिए भाग्यशाली रत्न : (Mithun  Lagna –  Bhagyashali Ratna)

मिथुन लग्न वालों के लिए रत्नों में एमराल्ड और ब्लू नीलम बहुत ही शुभ फलदायी तथा भाग्यशाली साबित होता है।

Frequently Asked Questions

1. कौन सी वायु तत्व राशि, मिथुन लग्न वालों के लिए शुभ होती है?

मिथुन लग्न वालों के लिए शुभ वायु तत्व राशि : कुंभ राशि

2. कौन सी अग्नि तत्व राशि मिथुन लग्न वालों के लिए शुभ होती है?

मिथुन लग्न वालों के लिए शुभ अग्नि तत्व राशियां : मेष राशि, सिंह राशि और धनु राशि

3. कौन सी रंग मिथुन लग्न वालों के लिए शुभ होती है?

मेष लग्न वालों के लिए हरा रंग सबसे शुभ होती है।

4. मिथुन लग्न वालों का शुभ रत्न कौन सा है?

मिथुन लग्न वालों के लिए शुभ रत्नएमराल्ड और ब्लू नीलम है।

5. कौन सा ग्रह मिथुन लग्न के लिए योगकारक होता है?

बृहस्पति और शुक्र ग्रह, मिथुन लग्न के लिए योगकारक होते है।

6. कौन सा ग्रह मिथुन लग्न के लिए अशुभ होता है?

मिथुन लग्न के लिए अशुभ ग्रहमंगल, सूर्य तथा राहु, केतु है।